कृषि आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग (AFPI) एक सूर्योदय उद्योग है जो कृषि उत्पादों को प्रसंस्करण द्वारा उच्च मूल्य वाले उत्पादों में परिवर्तित करता है। AFPI कृषि जीवीए में 28% और निर्यात में 13% का योगदान देता है, जिससे भारत फलों और सब्जियों का दूसरा सबसे बड़ा प्रोसेसर बन जाता है।
उत्तर पश्चिम भारत AFPI के लिए उपयुक्त स्थान के रूप में:-
- जलवायु: विशाल जलवायु विविधता, नदियां और उपजाऊ मिट्टी विभिन्न प्रकार की फसलों की वृद्धि में सहायता करती है।
- बुनियादी ढांचा: पर्याप्त खेत (बिजली, भूजल, नहरें) और गैर-कृषि (अच्छी तरह से जुड़ी सड़कें, कोल्ड स्टोरेज, मंडियां)
- किसानों की ऋण उपलब्धता और संपन्नता कृषि में निवेश को सक्षम बनाती है।
- यह क्षेत्र हरित क्रांति का केंद्र था, जो मात्रा और विविधता के मामले में अधिक कृषि उत्पादकता को सक्षम बनाता था।
- सरकारी निवेश और नीति समर्थन: समर्पित खरीद प्रणाली, सरकारी योजनाएं, कई फूड पार्क, 100% एफडीआई आदि।
- अत्यधिक जनसंख्या घनत्व वाले बाजारों और भारत के शहरी क्षेत्रों से निकटता।
खराब मार्केटिंग, उच्च लॉजिस्टिक्स लागत, कम कोल्ड चेन और स्टोरेज इन्फ्रास्ट्रक्चर और पैकेज्ड फूड के खिलाफ सामाजिक धारणा प्रमुख चुनौतियां हैं। हालाँकि वित्तीय पहल और नीतिगत संचालन से न केवल रोजगार और पोषण सुरक्षा पैदा होगी, बल्कि किसानों की आय भी दोगुनी होगी (अशोक दलवई समिति)।